The Bookcase That Breathed Bedtime Stories

The Bookcase That Breathed Bedtime Stories

एक छोटे से गाँव में, जहाँ तारे बादलों से झाँककर कहानियाँ सुनाते थे, रिया नाम की एक प्यारी बच्ची रहती थी। रिया का कमरा बहुत ही खास था, खासकर उसकी किताबों की अलमारी। यह अलमारी कोई साधारण अलमारी नहीं थी; यह कहानियों की साँस लेती थी।

अलमारी पुराने, गहरे भूरे रंग की लकड़ी से बनी थी, और उस पर नक्काशी की हुई पत्तियाँ और फूल थे जो रात में चाँदनी में चमकते थे। रिया को हमेशा लगता था कि अलमारी में कुछ जादुई है। एक रात, जब रिया बिस्तर पर लेटी अपनी पसंदीदा किताब पढ़ रही थी, तो उसने एक धीमी, लयबद्ध आवाज़ सुनी। ‘फुस्स… फुस्स…’। पहले तो उसे लगा कि यह हवा की आवाज़ है, लेकिन फिर उसने महसूस किया कि आवाज़ अलमारी से आ रही है।

वह बिस्तर से उठी और धीरे-धीरे अलमारी के पास गई। उसने ध्यान से देखा तो पाया कि अलमारी सचमुच साँस ले रही है! हर ‘फुस्स’ के साथ, अलमारी से धीमी, मधुर आवाज़ें निकलती थीं – जैसे कोई धीरे-धीरे कहानियाँ सुना रहा हो। रिया ने कान लगाकर सुना। आवाज़ें बहुत धीमी थीं, जैसे पत्तों की सरसराहट या दूर की नदी का शोर।

फिर, एक आवाज़ थोड़ी तेज़ हुई, और रिया ने शब्दों को पहचाना। “बहुत दूर, सितारों से भरी रात में…” अलमारी सचमुच कहानियाँ सुना रही थी! रिया खुशी से झूम उठी। वह हर रात अलमारी के पास बैठकर कहानियाँ सुनती। कहानियाँ राजकुमारों और राजकुमारियों की नहीं थीं, न ही राक्षसों और परियों की। ये कहानियाँ थीं धीमी और शांत, जैसे सूरजमुखी के खेत में गुनगुनाती हवा या बादलों पर तैरते हुए सपने।

एक कहानी में, एक छोटी सी जुगनू थी जो अपनी चमक खो बैठी थी। अलमारी ने बताया कि कैसे जुगनू ने जंगल में शांति और धैर्य ढूंढा, और धीरे-धीरे उसकी रोशनी वापस आ गई, पहले धीमी और टिमटिमाती, फिर उज्ज्वल और स्थिर। एक और कहानी में, एक उदास बादल था जो बारिश नहीं कर पा रहा था। अलमारी ने बताया कि कैसे बादल ने दूसरे बादलों से बात की, अपनी भावनाएँ बाँटीं, और धीरे-धीरे उसका दिल हल्का हो गया और वह फिर से खुशी से बरसने लगा।

रिया को अलमारी की कहानियाँ बहुत पसंद थीं। वे उसे शांत करतीं, उसे हँसातीं, और उसे सपनों की दुनिया में ले जातीं। हर रात, जब रिया सोने जाती, तो अलमारी अपनी मधुर कहानियों की साँस लेना शुरू कर देती, और रिया धीरे-धीरे नींद की गोद में खो जाती। उसे पता था कि उसकी जादुई अलमारी हमेशा उसके पास है, फुस्स… फुस्स… करती हुई, उसे मीठे सपनों की कहानियाँ सुनाती हुई। और इस तरह, रिया, कहानियों की साँस लेती अलमारी और तारों से भरे गाँव में, हर रात शांति और खुशी से सोती थी।

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