रिया की दादी माँ ने उसे एक पुरानी, लकड़ी की किताबों की अलमारी दी थी। ये अलमारी थोड़ी रहस्यमयी थी, क्योंकि ये बिलकुल साधारण नहीं थी। रिया के कमरे में आने के बाद से, उसने महसूस किया कि इसमें कुछ खास है। एक रात, जब तारे चमक रहे थे और चाँदनी खिड़की से अंदर आ रही थी, रिया बिस्तर पर लेटी हुई थी, नींद आने का इंतज़ार कर रही थी। तभी उसे एक धीमी, साँस लेने की आवाज़ सुनाई दी।
उसने ध्यान से सुना। आवाज़ किताबों की अलमारी से आ रही थी! रिया धीरे से उठकर अलमारी के पास गई। उसने देखा कि अलमारी के दरवाज़े हल्के से खुल रहे थे और बंद हो रहे थे, जैसे कि वो सच में साँस ले रही हो। और फिर, एक धीमी, मधुर आवाज़ सुनाई दी, “एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में…”
रिया हैरान रह गई। अलमारी कहानियाँ सुना रही थी! वो चुपचाप बैठ गई और सुनने लगी। अलमारी की आवाज़ बहुत शांत और प्यारी थी, जैसे दादी माँ की लोरी। कहानी एक छोटे से जुगनू के बारे में थी, जिसका नाम चमकी था। चमकी को अपनी रोशनी बहुत कमज़ोर लगती थी। वो सोचता था कि वो कभी भी दूसरे जुगनुओं की तरह चमक नहीं पाएगा। वो उदास रहता था और रात को फूलों के बीच छिप जाता था।
एक दिन, चमकी ने एक बूढ़े, समझदार उल्लू को देखा। उल्लू एक पेड़ की डाल पर बैठा चाँद को देख रहा था। चमकी ने उल्लू से अपनी परेशानी बताई। उल्लू ने मुस्कुराकर कहा, “हर जुगनू की रोशनी खास होती है, चमकी। तुम्हारी रोशनी भी उतनी ही ज़रूरी है जितनी किसी और की। अपनी रोशनी पर विश्वास करो।”
चमकी ने उल्लू की बात मानी। उसने अपनी पूरी ताकत से चमकने की कोशिश की। और देखो क्या हुआ! उसकी रोशनी धीरे-धीरे तेज़ होने लगी, और फिर, वो गाँव के सबसे चमकीले जुगनुओं में से एक बन गया। चमकी बहुत खुश था। उसने सीखा कि हर किसी में कुछ खास होता है, और हमें बस खुद पर विश्वास करना चाहिए।
अलमारी की कहानी ख़त्म हुई, और रिया को महसूस हुआ कि उसकी आँखें भारी हो रही हैं। उसे चमकी जुगनू की कहानी बहुत अच्छी लगी। उसने अलमारी को धन्यवाद कहा, और बिस्तर पर वापस लेट गई। अलमारी की धीमी साँस लेने की आवाज़ अभी भी सुनाई दे रही थी, लेकिन अब रिया को डर नहीं लग रहा था। उसे पता था कि ये अलमारी सिर्फ अच्छी कहानियाँ सुनाती है।
कुछ ही देर में, रिया नींद की गोद में समा गई, चमकीले जुगनू और कहानियाँ सुनाती अलमारी के सपने देखती हुई। उसकी नींद गहरी और शांत थी, जैसे कि वो किसी जादूई किताब के पन्ने में लिपटी हो। और अलमारी? वो रात भर धीरे-धीरे साँस लेती रही, अगली रात के लिए नई कहानियाँ बुनती हुई।