The Day the Sun Woke Up Upside Down
सूरज जब उल्टा जागा एक छोटे से गाँव में, जिसका नाम था आनंदपुर, रोशन नाम का एक बच्चा रहता था। […]
सूरज जब उल्टा जागा एक छोटे से गाँव में, जिसका नाम था आनंदपुर, रोशन नाम का एक बच्चा रहता था। […]
आकाशगंगा के उस पार, जहाँ सपने तारों की धूल की तरह चमकते हैं, एक अनोखी रात आई। यह वह रात
रात का समय था, और छोटी मीरा अपनी दादी माँ के पास बैठी थी। बाहर तारे टिमटिमा रहे थे और
एक छोटे से टापू पर, जहाँ नारियल के पेड़ हवा में झूमते थे और पानी नीलम की तरह चमकता था,
एक घने जंगल के बीचोबीच, जहाँ चाँदनी पत्तों से छनकर धरती पर नाचती थी, रहता था सिड नाम का एक
एक समय की बात है, बादलों के देश में, उदासी नगर नाम का एक छोटा सा गाँव था। इस गाँव
चाँदनी रात थी, और सितारे ऐसे चमक रहे थे जैसे किसी ने आसमान में हीरे बिखेर दिए हों। गाँव, जिसका
चाँदनी रात में, एक जादुई गाँव था – रंगनगर। रंगनगर में एक अनोखी नदी बहती थी, जिसका नाम था इंद्रधनुष
रिया अपनी दादी माँ के साथ बैठी थी, और बाहर बारिश हो रही थी। दादी माँ ने उसे गरम-गरम अक्षर
एक छोटे से गाँव में, जहाँ तारे बादलों से झाँककर कहानियाँ सुनाते थे, रिया नाम की एक प्यारी बच्ची रहती
बादलों के देश मेघधाम में, जहाँ नदियाँ इंद्रधनुष के रंगों से बहती थीं और पहाड़ रुई के नरम बादलों से
ओमर नाम का एक प्यारा सा लड़का था, जिसके पास एक अनोखी छतरी थी। यह छतरी सीधी नहीं, बल्कि उल्टी